Network Cable In Hindi :- हेल्लो Engineers कैसे हो , उम्मीद है आप ठीक होगे और पढाई तो चंगा होगा आज जो शेयर करने वाले वो Computer Networking के Network Cable In Hindi के बारे में हैं
तो यदि आप जानना चाहते हैं की Types Of Cable In Hindi के बारे में तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ सकते हैं , और अगर समझ आ जाये तो अपने दोस्तों से शेयर कर सकते हैं
Types Of Network Cable In Hindi
Twisted Pair Cable (युग्मतार )
Co-axial Cable ( कोएक्सियल केबल)
Fiber Optics Cable (प्रकाशीय तंतु)
Microwave (माइक्रोवेव)
Communication Satellite ( संचार उपग्रह )
Ethernet Cable (ईथरनेट केबल )
1. Twisted Pair Cable In Hindi
इसमें तांबे के दो तार होते हैं जिन पर प्लास्टिक या टेफलॉन कुचालकों (bad conductor ) की परत चढ़ी रहती है यह तार आपस में लिपटे रहते हैं और संतुलित माध्यम बनाते हैं जिससे केबल में नॉइस (noise ) में कमी आते हैं | यह संकेतों (signals) को रिपीटर के बिना लंबी दूरी (1 किलोमीटर) तक ले जाने में सक्षम है |
2. Co-axial Cable In Hindi
इसमें केंद्रीय ठोस चालक के चारों ओर चालक तार की जाती है जिससे शील्ड (shield ) भी कहते हैं तथा दोनों के बीच प्लास्टिक का कुचालक रहता है | तार की जाली भी कुचालक से ढकी रहती है | signals का संचारण केंद्रीय ठोस तार से होता है जबकि सील्ड अर्थ (earth ) से जुड़ा रहता है | इसमें signals की हानि अपेक्षाकृत कम होती है | इसकी बैंडविथ अधिक होती है तथा यह signals को अधिक दूर तक ले जा सकता हैं | इसका उपयोग केबल टीवी नेटवर्क में भी किया जाता है |
Co-axial Cable का बैंडविथ 10 Mbps तक हो सकता है | अतः केबल टीवी के द्वारा इंटरनेट सेवा प्रदान की जा सकती है केबल मॉडेम (cable modem ) का प्रयोग कर इसमें टीवी प्रसारण देखने के साथ-साथ इंटरनेटसेवा का उपयोग किया जा सकता है |
3. Fiber Optics Cable In Hindi
Optical Fibre Cable में ग्लास या प्लास्टिक या सिलिका (silica ) का बना तंतु (Fiber) होता है जो एलईडी (LED )या लेजर डायोड (Laser Diode ) द्वारा उत्पन्न संकेतों युक्त प्रकाश (Light Signals ) को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाता है प्रकाश को पुनः संकेतों में बदलने के लिए फोटो डायोड (photo diode )का इस्तेमाल किया जाता है | यह प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन (total internal reflection ) के आधार पर कार्य करता है इसके संचरण ऊर्जा(transmission energy ) की खपत अत्यंत कम होती है | यह रेडियो आवृति अवरोधों (radio frequency ) से मुक्त होता है | अतः इसके साथ रिपीटर या एंपलीफायर की जरूरत नहीं होती | Optical Fibre Cable डाटा का स्थानांतरण सर्वाधिक उपयोगहै |
इस कारण ऑप्टिकल फाइबर के साथ मॉडम (modem ) का प्रयोग नहीं करना पड़ता है |
ऑप्टिकल फाइबर में डाटा स्थानांतरण के लिए टाइम डिवीज़न मल्टीप्लेक्सिंग (Time division multiplexing) का प्रयोग किया जाता है | इसमें नॉइस (noise )अत्यंत कम बैंडविथ अधिक ,गति तथा संकेतों की हानि न्यूनतम होती है | ये लंबी दूरी के संचार के लिए उपयोग पर इसको लगाने और रखरखाव का खर्च अधिक आता है |
एफटीटीएच (FTTH- fibre to the home ) इंटरनेट सेवा प्रदाता द्वारा ऑप्टिकल फाइबर केबल का प्रयोग कर उच्च गति की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सुविधा प्रदान करने की व्यवस्ता है FTTH में ऑप्टिकल फाइबर केबल को उपयोगकर्त्ता के घर या ऑफिस तक पहुंचाया जाता है | इससे 100 एमबीपीएस की गति वाली इंटरनेट सेवा प्राप्त की जा सकती है |
4. Microwave In Hindi
Microwave में उच्च आवृत्ति 2 से 40 GHz वाले विद्युत चुंबकीय तरंगों से संचार स्थापित किया जाता है | उच्च आवृत्ति होने के कारण इसमें कम लंबाई के पैराबोलिक (parabolic ) एंटीना का प्रयोग किया जाता है क्योंकि उच्च आवृत्ति की तरंगे किसी बाधा को पार नहीं कर सकती दोनों के एंटीना सीधा रेखा (line-of-sight) में होने चाहिए , इस कारण माइक्रोवेव 25 से 30 किलोमीटर के बीच एक रिपीटर (Repeater ) स्थापित करना पड़ता है |
टेलीविजन प्रोग्राम का प्रसारण इसी माध्यम से किया जाता है |
5.Communication Satellite ( संचार उपग्रह )
कृतिम संचार उपग्रह (Artificial communication satellite)फोन टीवी और कंप्यूटर के लिए संचार का बेहतर माध्यम उपलब्ध कराता है यह सुदूर प्रदेशों तथा विश्व के किसी भी कोने में संचार उपलब्ध कराने में सक्षम है | संचार उपग्रह दो आकृतियों पर कार्य करता है –
सी बैंड (C – Band ) – 4 – 6 GHz
के – यू बैंड (ku – Band ) – 11 – 14 GHz
इसमें 6 या 14 GHz (Frequency) को उपग्रह की और भेजा जाता है | उपग्रह पर स्थित ट्रांसपोंडर (Transponder ) इसे संवर्धित एम्प्लीफाई कर 4 या 11 GHz की आवृत्ति (Frequency) से वापस भेज देता है (Frequency) के इस अंतर संकेतों (Signals ) को आपस में मिलने इंटरफेरेंस से रोकने के लिए होता है |
संचार व्यवस्था के लिए भू स्थिती उपग्रह जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट (Geosynchronous satellite) का उपयोग किया जाता है भूस्थिर उपग्रह भूमध्य रेखा पर पृथ्वी की सतह से 36000 किलोमीटर दूर स्थापित किया जाता है | कक्षा में उपग्रह की गति पृथ्वी की घूर्णन गति के अनुपात में होती है , पृथ्वी पर स्थित किसी बिंदु के सापेक्ष एक ही स्थान पर सदा मालूम पड़ता है | satellite के संचार को आसान बनाने के लिए antenna का आकर छोटा (1 से 2 मी. ) किया जिसे VSAT (Very Small Aperature Terminal ) कहा गया |
6. Ethernet Cable In Hindi
कंप्यूटर पर नेटवर्क डिवाइस जैसे मॉडेम , टेलीफोन , राउटर आदि को आपस में Ethernet Cable से जोड़ा जाता है | यह इंटरनेट प्रोटोकॉल का प्रयोग करता है | इसकी सहायता से स्थनीय नेटवर्क (LAN ) बनाया जा सकता है | एक Ethernet cable 100 मीटर तक कार्य करता है पर इसे नेटवर्क ब्रिज की सहायता से बढ़ाया जा सकता है |
एक इलेक्ट्रिकल केबल क्या है?(What is an electrical cable?in hindi)
इलेक्ट्रिकल Power के Transmission और Distribute के लिए उपयोग की जाने वाली केबल को Electric power cable के रूप में जाना जाता है। इसका उपयोग उन स्थानों पर High Voltage के Transmission के लिए किया जाता है जहां ओवरहेड लाइनें उपयोग करने के लिए Impractical हैं।
पावर केबल तीन मुख्य घटकों से बना है, अर्थात्, Conductor, dielectric, and sheath। केबल में करंट के लिए Conductor path कंडक्टर द्वारा प्रदान किया जाता है। Insulation or dielectric stop service voltage देता है और अन्य वस्तुओं के साथ लाइव कंडक्टर को अलग करता है। Sheath moisture को प्रवेश करने की अनुमति नहीं देता है और Chemical or electro chemical हमले और आग जैसे सभी बाहरी प्रभावों से केबलों की रक्षा करता है।
जैसा की हम जानते हे की केबल दो या अधिक तारो का ग्रुप होता हे उसी प्रकार कंप्यूटर केबल भी होती है और जैसा की हम अब तक जान चुके है की इनके द्वारा डेटा एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर के NIC tak पहुचता हे जहा इन्हें अगली प्रोसेसिंग के लिए स्वीकार किया जाता है
शुरुआत में कंप्यूटर में जब से NIC का प्रयोग होना शुरू हुआ है , तब से अब तक बहुत से परिवर्तन हुए है पुरानी तकनीक और वर्तमान की तकनीक के बीच हुए परिवर्तोनो के कारण ही अब तक कई प्रकार की केबल्स का अविष्कार किया गया है जो की क्रमश प्रयोग हुए है जैसे की पहले BNC केबल का प्रयोग होती थी , तत्पश्चात UTP या CAT-5 और आज फाइबर ऑप्टिकल केबल पाँव पसार रही है
क्या है BNC
इसका पूरा नाम British Novel Connecter (केबल) है. जो की को- एक्सियल केबल जैसे RG-58 A/U होती है इस को को- एक्सियल केबल के बीच में कॉपर केबल होता है , जिसके चारो तरफ 50 ॐ का डाई- इलेक्ट्रिक इंसुलेशन होता है , डाई एल्क्ट्रिक उस तत्व को कहते हे जो विद्युत् का कुचालक होता हे तत्पश्चात इसके ऊपर चारो तरफ canducter का घेरा होता हे , तत्तपश्चात इसके ऊपर चारो तरफ का cunducter का घेरा होता है और फिर सबसे अंत में इंसुलेटर होता है.
क्या है UTP केबल
इसका पूरा नाम unshilded twisted pair connecter होता हे ट्विस्टेड पेयर केबल का नाम इसमे प्रयुक्त तारो के एक दुसरे के चारो तरफ लिपटे होने से ट्विस्ट पड़ा है इनके लिपटे होने से क्रॉसटाक और नॉइज़ होने की संभावना कम हो जाती है उच्च क्वालिटी के ट्विस्टेड पेयर में प्रति इंच में 3 ट्विस्टेड होते है
देखने में यह केबल लगभग टेलीफोन के केबल की तरह दीखता है , लेकिन वास्तव में इस केबल में अन्दर तारो की संख्या 2 ना होकर 8 होती है और कंनेक्टेर में भी आठ पिने होती है
इन केबल में कुल चार पेयर होती है जिन्हें चार अलग अलग रंगों में बाटा जाता है ये चार रंग भूरा , हरा , , नारंगी , नीला होता है . शेष चार तार सफ़ेद भूरा , सफ़ेद हरा , सफ़ेद नारंगी , सफ़ेद नीले रंग की होती है ब्यवस्थित रूप से प्रयोग करने पर नेटवर्क की गति हमें 10/100 मेगाबिट पार्टी सेकंड तक प्राप्त हो सकती है
क्या है फाइबर ऑप्टिक केबल
केबल भी नेटवर्क मीडिया की तरह प्रयोग किया जाने लगा है . फाइबर ऑप्टिकल तकनीक में सुचना को काच या प्लास्टिक के तार या फाइबर के दवरा प्रकाश के रूप में स्थनान्तरित करते है इस व्यवस्था में पारम्परिक ताम्बे की तारो की तुलना में काफी अधिक सुचना भेजी जाती है . आजकल इसका प्रयोग बहुत सी टेलीफोन कंपनी कर रही है हामारे देश में भी यह तकनीक बहुत तेजी कसे पाँव पसार रही है जैसे रिलायंस कंपनी अपने नेटवर्क के लिए पारम्परिक ताम्बे के तारो लो जगह फाइबर ऑप्टिकल का प्रयोग कर रही है
दरसल इसके प्रयोग का सबसे बड़ा फायदा यह है की इससे हमें नेटवर्क की अबतक की सबसे अधिक गति प्राप्त होती है और डेटा में अधिक नुक्सान किये बिना नेटवर्क की सीमा भी दूर हो जाती है . इसी प्रकार ताम्बे के तारो प्रयोग की तुलना में इसके प्रोयोग में “रिपीटर्श” की संख्या कम और उनके बीच की दुरी बढ़ जाती है जिससे कुल लागत में भी कमी आजाती है रिपीटर्श वो डिवाइस है जो कुछ दुरी के बाद सिग्नल को बूस्ट या रिफ्रेश करने के लिए प्रयोग किया जाता है
Types of Electrical Cable(विद्युत केबल के प्रकार)
Various applications के लिए हर जगह विभिन्न प्रकार के केबल्स का उपयोग किया जाता है। सभी केबल एक ही Applications नहीं करते हैं। एक केबल का कार्य केबल के प्रकार पर निर्भर करता है। विद्युत केबल एक इन्सुलेट कोटिंग द्वारा संरक्षित एल्यूमीनियम या तांबे के तारों से बने होते हैं जो सिंथेटिक पॉलिमर से बने हो सकते हैं।
Cables are classified into 5 types depending upon their purpose as follows:(केबलों को उनके उद्देश्य के आधार पर 5 प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:)
रिबन इलेक्ट्रिक केबल्स
इसमें एक से दूसरे के समानांतर चलने वाले कई Insulated wire होते हैं और एक साथ कई डेटा के संचरण के लिए उपयोग किए जाते हैं। उदाहरण के लिए, यह सीपीयू को मदरबोर्ड से जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है और आमतौर पर नेटवर्किंग उपकरणों के इंटरकनेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है।
शील्ड केबल्स
इसमें 1 या 2 इंसुलेटेड तार होते हैं जो बेहतर सिग्नल ट्रांसमिशन के लिए एक बुने हुए शील्ड शील्ड या Aluminum mylar foil से ढके होते हैं और Radio power और External interference में Irregularities को दूर करते हैं। ये केबल उच्च वोल्टेज विद्युत प्रवाह को संचारित करते हैं और एक ढाल द्वारा संरक्षित होते हैं।
ट्विस्टेड पेअर केबल
इसमें दो या अधिक Insulated copper के तार होते हैं जो एक दूसरे के साथ Twisted हैं और Color Coding होते हैं। इस प्रकार के तारों का उपयोग आमतौर पर टेलीफोन केबलों में किया जाता है और External Interface के प्रतिरोध को तारों की संख्या से मापा जा सकता है।
को-एक्सियल केबल
इसमें तांबे के साथ चढ़ाया हुआ ठोस तांबा या स्टील कंडक्टर होता है जो धातु के ब्रैड और धातु टेप में attached होता है। यह पूरी तरह से एक Insulated Protective Outer Jacket के साथ कवर किया गया है। इस प्रकार के केबल का उपयोग कंप्यूटर नेटवर्किंग और ऑडियो-वीडियो
निवेदन:- दोस्तों यही थे Network Cable In Hindi , क्या आपको समझ आया यदि आपको समझ आया होगा तो अपने दोस्तों को शेयर जरुर करे
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