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Writer's pictureAbhishek Singh

Router क्या है और काम कैसे करता है

Router को आप एक छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस समझ सकते हैं, जो वायर्ड या वायरलेस कनेक्शन के माध्यम से कई कंप्यूटर नेटवर्क को एक साथ जोड़ता है या फिर कह सकते हैं कनेक्‍ट करते हैं। ये समझ लीजिए की Router एक कंप्‍यूटर नेटवर्क को दूसरे कंप्‍यूटर नेटवर्क से कनेक्‍ट करता हैं या एक कंप्‍यूटर नेटवर्क को इंटरनेट से कनेक्‍ट करता हैं।क्या आपको पता है राउटर क्या है (What is Router in Hindi) और यह Networking Device काम कैसे करता है.Router Kya Hai - What is Router in Hindi

Router एक Networking Device है जो किसी भी Network पर Data Packet को Root करता है. यह OSI Reference Model की Network Layer मे काम करता है. इसलिए एक Layer 3 Device Hack Router एक दुकान और Forward System का भी पालन करता है. लेकिन एक Router Switch से अधिक Advance होता है. Router एक Routing Table नामक एक Table रखता है जिसमें Gateway IP होता है जिसके माध्यम से एक Packet को निश्चित Destination IP तक पहुंचाने के लिए Root किया जाता है. Routing Table को Network प्रशासक द्वारा निर्धारित रूप से Set किया जा सकता है या Routing Algorithm का उपयोग करके Auto Generate किया जा सकता है.

Device का काम क्या है.राउटर क्या है (Router in Hindi)

Router एक Hardware Networking Device है. इसका इस्तमाल Network में किया जाता है. जब भी कोई data जो एक Packet के रूप में एक Network से दुसरे Network में Travel करता है.

तब Router, Packet data को Receive करता है, और Data Packet में जो भी छुपी हुई Information है, उसको Analyze करने के बाद Destination Device को Forward करता है. इस Networking Device को अलग अलग Networks को अपसा में Wire या Wirelessly जोड़ने के लिया किया जाता है.

वैसे तो इसका इस्तमाल घर में भी होता है जिसको हम Wireless Router कहते हैं. जिसे आप Internet को Access करते हैं.


जब Router को Packet प्राप्त होता है तो वह पहले Packet को Router Memory मे Stored करता है और Packet के Destination IP Address का विश्लेषण करता है. फिर यह Routing Table को देखने के लिए है Packet को Rootate करता है. उसके बाद उस जानकारी के आधार पर यह उचित रूप से Packet को आगे बढ़ाता है चूंकि Routing Algorithm अधिक Complex होते है इसलिए इसे काफी Processing Power की आवश्यकता होती है जिससे यह Switch से अधिक महंगा हो जाता है. हालांकि Switch के विपरीत एक Router आमतौर पर व्यवस्थापक द्वारा Configure किया जाना चाहिए. एक स्थानीय Area Network पर Nodes को Add करने के बजाय एक Router का उपयोग Subnet को एक दूसरे के लिए Interconnect करने के लिए किया जाता है.

जैसे की आपको पता होगा CompuInternetworkOSI Model को Follow करता है. Router OSI Model के 7 Layer में से Network Layer पे काम करता है. मैंने आपको बताया Hardware और Software से यह Device बनी है.

इसमें एक Internet work Operating System, CPU, Memory Storage और कुछ I/O Ports रहते हैं जैसे की आप देखे ही होंगे. यह Operating System Windows या MAC जैसे नहीं होते. Storage Memory में Routing Algorithm और Routing Table को Store किया जाता है.

Router कैसे काम करता है

  • Router Powers पर अपने OS को Load करता है.

  • Router पिछली बार NVRAM में Save की गई Configuration File को Load करता है और Network Interfaces और Routing Protocols को Set करता है जो इसे इसे चलाते है.

  • Router Interface के नाम के साथ-साथ प्रत्येक Interface के लिए इसके Routing Table पर Network Address और Subnet को Connects करता है.

  • Router के पास Cable Company से जुड़े Network Port से सभी Non Local Data को भेजने के लिए एक साधारण Static Default Route होता है.

  • Router को जब आपके Computer से Web Page Request प्राप्त होता है तो यह Destination Routing Table के विरुद्ध Destination IP Address को Checks करता है.

  • IP Packet में Destination IP Address बनाने वाली Bits को सही मार्ग पर Point करने के लिए Hash Key के रूप में उपयोग किया जाता है जो बदले में सही Network Interface को Point करता है कि Packet को बाहर निकाला जाना चाहिए.

  • Router अगले Router में Packet को सही Interface से बाहर भेजता है जो Packet Destination तक पहुंचने तक Process को दोहराता है.

Router के Components

एक Router बहुत से प्रकार के Components से मिलकर बनता है. यहाँ पर पर हम आपको Router के Components के बारे मे विस्तार से जानकारी देंगे.

  • CPU

  • Flash Memory

  • Non-Volatile RAM

  • RAM

  • Network Interfaces

CPU

CPU एक Computer का मुख्य Component होता है जो Computer के अंदर Processing का कार्य करता है. अगर सरल भाषा में बात करे तो CPU Computer का Brain होता है. CPU Instructions जारी करता है और Computer Programs को पूरा करता है और सभी Basic Arithmetic और Logical का संचालन करता है. CPU Cisco Router के लिए Junior Router पर JunOS जैसे Operating System या Cisco IOS (Nexus OS) नामक विशेष Software को चलाता है. Operating System Router के Components को Manage करता है और Router के सभी Logical Networking कार्यों को साबित करता है.

Flash Memory

सबसे पहले Router IOS के लिए Flash Memory को ही Search करता हैं और फिर यह IOS को Boot करता है. Flash Memory Electronically Erasable Programmable Read Only Memory होती है. यदि आप Solid State Disk Drive (SSD) का उपयोग करते हैं तो आपका Computer Flash Memory का उपयोग करता है जैसे Router करता है.

Non-Volatile RAM

Non-Volatile RAM में Operating System का Back up और Startup Version Store होता है. इसलिए इसे Non Volatile Random Access Memory कहा जाता है. NV-RAM में Startup Configuration File Stored होती है जो System के Startup में काम आती है.

RAM

जब राउटर शुरू होता है तो ऑपरेटिंग सिस्टम रैम में लोड होता है. एक बार राउटर शुरू होने के बाद यह अपने स्वयं के मार्गों की गणना करना शुरू कर देता है और यदि ऐसा करने के लिए कॉन्फ़िगर किया गया है तो RIP (v1 और v2), OSPF, EIGRP, IS-IS या BGP के माध्यम से अन्य राउटर से नेटवर्क मार्ग सीखता है. रैम का उपयोग एआरपी टेबल, राउटिंग टेबल, रूटिंग मेट्रिक्स और अन्य डेटा को कैशिंग करने के लिए भी किया जाता है जो पैकेट को अग्रेषित करने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं.

Network Interfaces

राउटर में हमेशा बहुत सारे नेटवर्क इंटरफेस होते हैं. ऑपरेटिंग सिस्टम में ड्राइवर शामिल हैं जो ऑपरेटिंग मॉड्यूल को इंटरफ़ेस मॉड्यूल में नेटवर्क हार्डवेयर तक पहुंचने की अनुमति देते हैं. राउटर सीखेंगे कि कौन से नेटवर्क शुरू होते ही किन पोर्ट पर कॉन्फ़िगर किए गए हैं. उसके बाद वे अन्य राउटरों से उन मार्गों को सीखेंगे जिनसे वे जुड़े हुए हैं और दूरस्थ नेटवर्क गंतव्य तक पहुंचने के लिए पैकेट को संचारित करने के लिए कौन सा इंटरफ़ेस सीखते हैं.

Types of Router

Router कई प्रकार के होते है जैसे कि -

  • Broadband Routers

  • Wireless Routers

  • Edge Router

  • Subscriber Edge Router

  • Inter-provider Border Router

  • Core Router

  • Wired and Wireless Routers.

Broadband Routers

Broadband Routers विभिन्न प्रकार के काम कर सकते है. Broadband Routers का उपयोग Computer को Internet से Connect करने के लिए किया जाता है. लेकिन अगर आपको आपने फोन से Internet को Connect करना है तो आपको VOIP Technology का उपयोग करना होगा और इस VOIP के साथ में आपको Broadband Router की आवश्यकता होगी. Broadband Routers एक विशेष प्रकार का Modem (ADSL) होता है. Broadband Routers में Ethernet और Phone Jacks दोनों लगे होते है.

Wireless Routers

Wireless Routers का उपयोग आपके Home या Office में Wireless Signal को Create करने के लिए किया जाता है. Wireless Routers की सीमा के अन्दर कोई भी PC इसे Connect कर सकता है और आपके Internet का उपयोग आसानी से कर सकता है. आपको अपने Wireless Routers को Secure करने के लिए इसका Passwords Create करना होगा. Wireless Routers को Secure करने के लिए आप Passwords और IP Address का उपयोग कर सकते है. और फिर जब आपको WiFi का उपयोग करना होगा तब आपको इससे Connect से पहले Passwords को Enter करना होगा

Edge Router

Edge Router ISP Network के Strand पर रखा जाता है क्योंकि यह Border Gateway Protocol BGP जैसे बाहरी Protocol को अन्य ISP या बड़े Organisation के किसी अन्य BGP में Configure किया जाता है.

Subscriber Edge Router

Subscriber Edge Router एक End User Enterprise Organization से संबंधित होता है. Subscriber Edge Router को External BGP के AS(s) में External BGP को Broadcast करने के लिए Configure किया गया है.

Inter Provider Border Router

Inter-provider Border Router Interconnecting ISPs को आपस में Connect करने के लिए उपयोग किया जाता है. Inter-provider Border Router एक BGP बोलने वाला Router है जो अन्य प्रदाताओं के ASes में अन्य BGP बोलने वाले Router के साथ BGP Sessions को बनाए रखता है.

Core Router

Core Router LAN Network में Backbone के जैसे काम करता है. Core Router कुछ मामलों में एक Stepdown Backbone Provide करता है एक Campus LAN या WAN की कई इमारतों से Router को Connect करता है.

Wired and Wireless Routers

आज कल Home हो या Office Networking IP Wired और Wireless Router का उपयोग दिन प्रतिदिन Popular हो रहा है. Wired और Wireless Router अपनी Routing Table में Routing और Configuration Information को बनाए रखने में सक्षम होते हैं. यह IP Address के आधार पर Incoming और Outgoing Packet के Traffic Filtering की Service भी Provide करते है.


Router के कार्य (FUNCTIONS OF A ROUTER in hindi)

अब चलिए Router के कार्यों के बारे में जानते हैं :-


  • LAN को Broadcast करने से रोकता है.

  • यह default Gateway जैसे काम करता है.

  • Protocol Translation में मदद करता है

  • Network के बिच में Route बनाने का काम करता है.

  • Data को sender से Receiver तक deliver करने का काम करता है

  • दो Networks को आपस में जोड़ने का काम करता है.

  • Loop free path बनाने में लगा रहता है.

  • Destination तक Packet को पहुँचाने के लिए Shortest path ढूंड निकालता है.


Routing Table

Routing Table बहुत सारे Rules से बना हुआ है, जैसे की इसका नाम ही Table है. इसीलिए यह हमेसा से Table के रूप में रहता है. इसका उपयोग यह निर्धारण करने के लिए किया जाता है की Internet Protocol Network में Packet को किस दिसा में भेजा जाएगा.

जितने भी IP enabled Devices हैं जैसे Router व Switches वो सभी Routing Table का इस्तमाल करते हैं.

Routing Table में वो सभी जानकारी रहती है, जिसे Packet को Destination तक भेजने के लिए सबसे अच्छा path(रास्ता) का चयन करने में आसानी हो सके. हर पैकेट में Source और Destination की जानकरी रहती है.

Packet Receive होने के बाद Network Device, packet की छान बिन करता है और जो Inforamtion प्राप्त होती है उसे Routing Table entry के साथ मैच करवाता है. इसके बाद यह Packet आगे किस Network Device के पास भेजा जाएगा यह निर्धारित किया जाता है.

Routing Table तालिका में निम्न लिखित जानकारी रहती हैं

  1. Destination: Packet को किस Destination को भेजना है उसका IP Address .

  2. Next hop: अगले नेटवर्क device का IP ADDRESS

  3. Interface: Packet को जिस Network में भेजा जाता है उसके Interface की जानकारी रहती है.

  4. Metric: routing Table में जितने भी Route मोजूद हैं उन सभी का Cost कितना होगा और इसे यह जानने में आसानी होती है की Packet को किस रस्ते से भेजने में कम खर्चा आएगा.

  5. Routes: Routers के साथ जितने भी Attached Network या दुसरे Devices हैं उन सभी की जानकारी और Routes की जानकारी रहती है.

Routing tables को manually या dynamically maintain कर सकते हैं .static Network Devices के table को जब तक Administrator नहीं बदलता तब तक नहीं बदलता है.

Dynamic routing में Devices अपना खुदका Routing Table बनाते हैं और Maintain भी करते हैं. इसके लिए devices Routing Protocol का इस्तमाल करते हैं. एक दुसरे से Information Exchange भी करते हैं.

राउटर का क्या उपयोग है? राउटर के बहुत सारे उपयोग होते हैं। सबसे महत्वपूर्ण उपयोग में शामिल हैं की ये डेटा की फ़्लो या प्रभाव को नियंत्रित करता है वो भी via Layer 2 addresses के इस्तमाल से। वहीं ये Layer 2 में segmentation प्रदान करता है। राउटर क्या है समझाइए? राउटर वह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो की एक नेट्वर्क को दूसरे से जोड़ने का काम करता है। TP लिंक राउटर क्या है? TP लिंक राउटर असल में एक राउटर है जो की TP लिंक कम्पनी द्वारा बनाया गया है। TP Link राउटर और दूसरे नेट्वर्किंग डिवाइस बनाता है। TP Link राउटर का मुख्य competitor है D Link राउटर। राउटर का आवेदन क्या है? राउटर का आवेदन से तात्पर्य ये है की, ये आवेदन routing instructions के लिए किया जाता है, जिससे ये मालूम पड़ सके की shipments कहाँ से उत्पन्न हो रही है और कहाँ पर डिलिवर की जा रही है। वहीं कितने destination point पर उसे डिलिवर किया जा रहा है उसकी जानकारी भी इससे पता चल जाता है।

अंतिम राय

हमेसा से मेरी कोशिश रहती है की आपको सही और सठिक और पूर्ण Information आपको मिले. आप आज जाने राउटर क्या है (What is Router in Hindi) और काम कैसे करता है . अभी तो यह Computers के अंदर पहले से मोजूद है. भाबिस्यत में Routers की speed और Routing Protocol को ज्यदा से ज्यदा मजबूती पे ध्यान रखा जाएगा.

आपसे यही उमीद है ये लेख पसंद आया होगा, कैसा लगा आप जरुर निचे बताइए. अगर अभी बी कोई सवाल आप पूछना चाहते हो तो निचे Comment Box में जरुर लिखे. कोई सुझाव या सलाह देना चाहते हो तो जरुर दीजिये जो हमारे लिए काफी उपयोगी हो.

By Tech guru vedansh

networking Engineer

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